महात्मा कबीर के 5 सबसे प्रसिद्ध दोहे 

कबीर के दोहे 

साईं इतना दीजिये,  जा में कुटुम समाय ।  मैं भी भूखा न रहूँ,  साधु ना भूखा जाय ॥

कबीर के दोहे 

गुरु गोविन्द दोनों खड़े  काके लागूं पाँय ।  बलिहारी गुरु आपनो,  गोविंद दियो बताय ॥

कबीर के दोहे 

माटी कहे कुम्हार से,   तु क्या रौंदे मोय ।  एक दिन ऐसा आएगा,  मैं रौंदूंगी तोय ॥ 

कबीर के दोहे 

ऐसी वाणी बोलेए,    मन का आपा खोय ।  औरन को शीतल करे,   आपहु शीतल होय ॥

कबीर के दोहे 

करता था सो क्यों किया,  अब कर क्यों पछिताय । बोया पेड़ बबूल का,   आम कहाँ से खाय ॥

कबीर के दोहे