गणेश चतुर्थी

गणेश चतुर्थी  हिंदू धर्म के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है | गणेश चतुर्थी एक प्रसिद्ध हिंदू त्योहार है जो की भगवान गणेश के सम्मान में मनाया जाता है।

यह त्यौहार अक्सर अगस्त के आखिर में  या सितंबर के शुरू में पड़ता है । यह  हिन्दू माह भाद्रपद में नया चाँद के बाद चौथे दिन पर पड़ता है । यह दिन भगवान गणेश की जयंती होती है ।

भगवान गणेश का जो रूप हम सुनते जानते आयें है वो है हाथी के सिर वाले भगवान गणेश का।  भगवान गणेश बुद्धि और समृद्धि के देवता हैं| भगवान गणेश का इतना महत्व है की  हिंदुओं द्वारा किसी भी शुभ काम की शुरुआत पहले भगवान गणेश की पूजा से ही होती है | यह माना जाता है कि किसी की इच्छाओं की पूर्ति के लिए भगवान गणेश का आशीर्वाद जरूरी है। हिंदू पौराणिक कथाओं  के अनुसार भगवान गणेश , भगवान शिव और माता पार्वती के संतान और कार्तिकेय के भाई  है।

 

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सभी देवताओं ने अपने नेता का चयन करने का फैसला किया | फिर तय किया गया की, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश में जो भी पुरे ब्रह्माण्ड का तीन चक्कर सबसे पहले लगा लेगा वो ही देवताओं का नेता होगा | भगवान कार्तिकेय अपनी सवारी मोर पर बैठ के सबसे आगे निकल गए | इधर भगवान गणेश अपनी सवारी मूषक ( चूहा ) पर बिराजमान होकर समझ गए की मोर के सामने मूषक की गति कुछ भी नहीं है | उन्होंने आराम से मूषक पर सवार  हुए और अपने माता पिता भगवान शिव और माता पार्वती के तीन चक्कर लगा लिए | उनको ऐसा करता देख सारे देवी देवता बहुत आश्चर्य चकित हुए | फिर भगवान कार्तिकेय जब आये तो भगवान शिव ने भगवान गणेश से पूछा की उन्होंने ब्रह्माण्ड के चक्कर क्यों नहीं लगाये | भगवान गणेश ने बहुत ही बाल सुलभता से उत्तर दिया मेरे लिए आप माता पिता ही ब्रह्माण्ड है इसलिए मुझे ब्रह्माण्ड का चक्कर लगाने के लिए दूर जाने की आवस्यकता नहीं , मेरा ब्रह्माण्ड यही है | शिव पार्वती , कार्तिकेय सहित सारे देवी देवता अति प्रसन्न हुए भगवान गणेश का उत्तर सुन कर और सर्व सम्मति से भगवान गणेश को देवताओं का नेता चुन लिया गया |

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गणेश चतुर्थी  पुरे भारत सहित कई दुसरे देशों मे भी बहुत ही उत्साह और धूम धाम से मनाया जाता है | इसे विनायक चतुर्थी भी कहते है । महाराष्ट्र में अत्यधिक उत्साह से मनाया जाता है | यह पर्व महाराष्ट्र का एक सर्ब्प्रमुख पर्व है | यह महाराष्ट्र में दस दिनों तक मनाया जाता है |यह उत्सव अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त हो जाता है ।

गणेश चतुर्थी बड़े आनन्द और उत्साह के साथ भारतभर में मनाया जाता है। त्योहार के दिन लोग मिटटी या धातु से बनी हुई भगवान गणेश की प्रतिमा अपने घरों या सार्वजनिक स्थानों में स्तापित करते है और पुरे बिधि विधान के साथ पूजन किया जाता है  ।

भगवान गणपति आपसब पर अपनी कृपा बरसायें | विघ्नविनाशक भगवान गणेश की जय |