डॉ उर्जित आर पटेल

7 जनवरी 2013 से भारतीय रिज़र्व बैंक  मे डिप्टी गवर्नर रहे डॉ उर्जित आर पटेल को देश के  केन्द्रीय बैंक का गवर्नर  5 सितम्बर 2016 को बनाया गया है. इस पद पर डॉ. रघुराम जी. राजन , जिनका तीन वर्षीय कार्यकाल 4 सितम्बर 2016 को पूरा हुआ है , उनका स्थान  52 वर्षीय उर्जित पटेल ने उसी दिन से लिया है . इस पद पर उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गयी है. डॉ. रघुराम जी. राजन भारतीय रिज़र्व बैंक के 23वे गवर्नर और बहुत ही युवा गवर्नर थे|

28 अक्टूबर 1963 को केन्या मे जन्मे उर्जित पटेल ने लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के पश्चात ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से एम. फिल की उपाधि प्राप्त की थी . बाद में येल यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी|

1990 में अंतरास्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) से जुरने के पश्चात् 1995 तक कोष के भारत, मयन्मार, बहमास और अमेरिका  से संबंधित विभाग में उन्होंने 2000 तक कम किया था | तथा 2001, में प्रतिनियुक्ति पर RBI में उनकी पोस्टिंग IMF द्वारा की गयी थी |बाद में भारत सरकार की दूरसंचार, नागरिक उडडयन, विघुत, सेन्य पेंशन आदि से संबंधित अनेक उच्चअस्तरिय समितियों में उन्हें शामिल किया गया था.अमरीकी थिंक टैंक ब्रूकिंग्स इंस्टिट्यूट से भी संबंधित वह रहे है.

11 जनवरी 2013 से भारतीय रिज़र्व बैंक  मे डिप्टी गवर्नर उन्हें बनाया गया था. इस पद पर उनका मूल कार्यकाल तीन वर्ष का था तथा जनवरी 2016 में तीन वर्ष के लगातार दुसरे कार्यकाल के लिए पुर्नियुक्त उन्हें प्रदान की गयी है. भारतीय रिज़र्व बैंक  मे डिप्टी गवर्नर रहते हुए मोद्रिक निति व आर्थिक निति अनुसंधान जैसे महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख रहे. गवर्नर पद पर नियुक्ति के पश्चात आरबीआई में तीन ही डिप्टी गवर्नर (एस.एस. मुंदडा, एच. आर.गाँधी व एन.एस. विस्वनाथन) रह गये है. 52 वर्षीय उर्जित पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक के 24वे गवर्नर का कार्यभार संभाल लिया है. अब उनके सामने डॉ. रघुराम जी. राजन द्वारा छोरी गयी विरासत को बरक़रार रखना, उनके अधूरे कार्यो को पूरा करना तथा आर्थिक विर्धि को प्रभावित किये बिना मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाये रखने की चुनौती है|